Kaun Banega Time God 14 अक्टूबर, 2024, बिग बॉस 18 के घर में एक नया और दिलचस्प मोड़ आया जब शो के इतिहास में पहली बार “टाइम गॉड” चुनने की प्रक्रिया शुरू हुई। इस विशेष टास्क ने घर के सभी सदस्यों को एक दूसरे के खिलाफ खड़ा कर दिया, जहां समय और धैर्य का परीक्षण किया गया।
बिग बॉस 18 हमेशा से ही अपने ड्रामे, लड़ाइयों और दिलचस्प टास्क के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार “टाइम गॉड” बनने की प्रतियोगिता ने सभी कंटेस्टेंट्स के धैर्य की परीक्षा ली। इस सप्ताह के टास्क का नाम रखा गया “कौन बनेगा टाइम गॉड?”, जिसमें घरवालों को यह दिखाना था कि वे समय के साथ कितने कुशल और सटीक हैं।
“टाइम गॉड” का मतलब क्या है?
इस टास्क का उद्देश्य यह था कि प्रतियोगी को समय को समझने और उसे नियंत्रित करने की क्षमता को साबित करना था। जो प्रतियोगी इस टास्क में सफल होगा, उसे टाइम गॉड का खिताब मिलेगा। इस खिताब के साथ कई विशेषाधिकार जुड़े थे, जैसे कि अगले सप्ताह की नॉमिनेशन प्रक्रिया से सुरक्षा और घर में अन्य सदस्यों पर विशेष शक्ति।
टास्क की शुरुआत
टास्क के शुरुआत में, बिग बॉस ने सभी सदस्यों को एक बड़े घड़ी के सामने खड़ा किया, जिसमें उन्हें समय को बिना किसी घड़ी या उपकरण की मदद से सही अनुमान लगाना था। प्रतियोगियों को घंटों, मिनटों और सेकंडों के सटीक अंतराल का अनुमान लगाना था, और जो सदस्य सबसे करीब पहुंचता, वह अगली राउंड में आगे बढ़ता।
कंटेस्टेंट्स का प्रदर्शन
Karan Veer Mehra (करण वीर मेहरा), जिन्होंने घर में शुरुआत से ही काफी मजबूती से खेला है, इस टास्क में भी शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने सही समय का अनुमान लगाते हुए पहले ही राउंड में अपने प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ दिया।
Muskan Bamne (मुस्कान बामने), जो अब तक घर में कम बातचीत के लिए जानी जाती थी, ने इस टास्क में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने धैर्य और संयम के साथ अपनी पोजीशन को मजबूत किया।
Chahat Pandey (चाहत पांडे), जिन्हें एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में देखा जा रहा है, इस टास्क में थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालांकि, उन्होंने दूसरे राउंड में अपनी गलतियों से सीखा और बेहतर प्रदर्शन किया।
Gunaratna Sadavarte (गुणरतन सदावर्ते), जो अपनी कड़क आवाज और व्यक्तित्व के लिए मशहूर हैं, ने इस टास्क में अनुशासन का बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने सही समय का अनुमान लगाते हुए अंतिम राउंड तक का सफर तय किया।
Avinash Mishra (अविनाश मिश्रा), जिन्हें इस टास्क में सबसे ज्यादा उम्मीद थी, शुरुआती दौर में ही बाहर हो गए। उनके समय के अनुमान में कमी रही, जिससे वे टास्क में पीछे रह गए।
टास्क की क्लाइमेक्स
जब टास्क अपने आखिरी चरण में पहुंचा, तब Karan Veer Mehra, Chahat Pandey, और Gunaratna Sadavarte आखिरी तीन दावेदार बचे थे। इस चरण में उन्हें एक चुनौती दी गई, जिसमें बिना घड़ी देखे 10 मिनट का सही अनुमान लगाना था। सभी प्रतियोगियों ने अपने तरीके से समय का अंदाजा लगाया, लेकिन अंत में Karan Veer Mehra सबसे सटीक साबित हुए।
कौन बना टाइम गॉड?
करण वीर मेहरा ने इस टास्क में जीत हासिल की और उन्हें “टाइम गॉड” का खिताब मिला। इस खिताब के साथ वे अगले सप्ताह की नॉमिनेशन से सुरक्षित रहेंगे और साथ ही घर के कई फैसलों में उनका विशेष अधिकार रहेगा। बिग बॉस ने उन्हें “टाइम गॉड” की विशेष पोशाक और एक विशेष क्षेत्र में रहने का अधिकार दिया, जहां वे अन्य प्रतियोगियों से अलग रहेंगे।
टास्क का प्रभाव
“टाइम गॉड” टास्क के बाद, घर में हलचल बढ़ गई है। Muskan Bamne और Chahat Pandey ने इसे एक चुनौती के रूप में लिया और आने वाले हफ्तों में बेहतर प्रदर्शन करने की कसम खाई। दूसरी ओर, Gunaratna Sadavarte इस हार से निराश दिखे, लेकिन उन्होंने अपने संयम को बनाए रखा।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
दर्शक इस टास्क को लेकर काफी उत्साहित हैं। सोशल मीडिया पर “टाइम गॉड” टास्क के बारे में जमकर चर्चा हो रही है। कई लोग Karan Veer Mehra की जीत की तारीफ कर रहे हैं, जबकि कुछ ने Chahat Pandey की कड़ी मेहनत और संघर्ष की सराहना की।
आगे की राह
अब जबकि Karan Veer Mehra “टाइम गॉड” बन गए हैं, यह देखना दिलचस्प होगा कि घर के बाकी सदस्य उनके साथ कैसे पेश आते हैं। आने वाले हफ्तों में उनके फैसले और रणनीतियों पर सबकी नजरें होंगी। क्या वे इस विशेषाधिकार का सही उपयोग करेंगे या यह उनके लिए नई चुनौतियां खड़ी करेगा?
बिग बॉस 18 के घर में हर दिन नई रणनीतियां, नए गठजोड़ और नए विवाद देखने को मिल रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि “टाइम गॉड” बनने के बाद घर का माहौल कैसा बदलता है और किस दिशा में आगे बढ़ता है।