रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष ने एक नया मोड़ ले लिया है। हाल ही में Ukraine के सुमी शहर पर हुए मिसाइल हमले में 34 नागरिकों की मौत और 119 से अधिक घायल हुए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले को “चूक” बताया, जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इसे जानबूझकर किया गया नरसंहार करार दिया। इस घटनाक्रम ने वैश्विक राजनीति में पुतिन के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की आवश्यकता पर बहस छेड़ दी है।
सुमी पर मिसाइल हमला: घटनाक्रम और प्रतिक्रिया: Ukraine
हमले का विवरण
13 अप्रैल 2025 को, रूस ने यूक्रेन के सुमी शहर पर दो इस्कंदर-एम बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिससे 34 नागरिकों की मौत हो गई और 119 से अधिक घायल हुए। यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि यह हमला जानबूझकर नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया था, जिसे उन्होंने युद्ध अपराध करार दिया।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस हमले की कड़ी निंदा की और अमेरिका सहित अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से पुतिन के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की। उन्होंने ट्रंप को यूक्रेन आने और युद्ध की विभीषिका को स्वयं देखने का निमंत्रण दिया। ब्रिटेन के विपक्षी नेता कीर स्टारमर ने भी इस हमले को “भयानक” बताया और तत्काल युद्धविराम की मांग की।
ट्रंप की प्रतिक्रिया: चूक या रणनीति?
ट्रंप का बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुमी हमले को “भयानक” और “चूक” बताया, लेकिन उन्होंने सीधे तौर पर पुतिन या रूस को जिम्मेदार नहीं ठहराया। उनके इस बयान ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में मिश्रित प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं।
विश्लेषण
ट्रंप का यह बयान उनकी रूस के प्रति नरम रुख को दर्शाता है, जो उनके पिछले बयानों और नीतियों के अनुरूप है। हालांकि, उन्होंने रूस पर बड़े पैमाने पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी भी दी है, जो उनके रुख में बदलाव का संकेत हो सकता है।
पुतिन के खिलाफ सख्त रुख: समय की मांग?
वर्तमान स्थिति
रूस द्वारा नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए हमलों ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को पुतिन के खिलाफ सख्त रुख अपनाने पर विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। यूक्रेन ने रूस पर युद्ध अपराधों का आरोप लगाया है और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालयों में कार्रवाई की मांग की है।
संभावित कदम
- अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंध: रूस पर आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंधों को और कड़ा किया जा सकता है।
- सैन्य सहायता: यूक्रेन को और अधिक सैन्य सहायता प्रदान की जा सकती है।
- राजनयिक दबाव: रूस पर अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर दबाव बढ़ाया जा सकता है।
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निष्कर्ष
सुमी पर हुआ मिसाइल हमला रूस की आक्रामक नीति का एक और उदाहरण है। ट्रंप का इसे “चूक” बताना उनकी रूस के प्रति नरम रुख को दर्शाता है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अब पुतिन के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। यह समय है जब वैश्विक नेता एकजुट होकर रूस की आक्रामकता का सामना करें और यूक्रेन की संप्रभुता की रक्षा करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. सुमी पर हुए मिसाइल हमले में कितने लोग मारे गए?
इस हमले में 34 नागरिकों की मौत हुई और 119 से अधिक घायल हुए।
2. ट्रंप ने इस हमले पर क्या प्रतिक्रिया दी?
ट्रंप ने इसे “भयानक” और “चूक” बताया, लेकिन सीधे तौर पर पुतिन या रूस को जिम्मेदार नहीं ठहराया।
3. क्या अंतर्राष्ट्रीय समुदाय पुतिन के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है?
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय रूस पर प्रतिबंध लगाने और यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान करने जैसे कदम उठा रहा है, लेकिन अभी और सख्त रुख अपनाने की आवश्यकता है।
4. क्या ट्रंप ने रूस पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है?
हां, ट्रंप ने रूस पर बड़े पैमाने पर प्रतिबंध और टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है, जब तक कि युद्धविराम और शांति समझौता नहीं हो जाता।
5. क्या जेलेंस्की ने ट्रंप को यूक्रेन आने का निमंत्रण दिया है?
हां, जेलेंस्की ने ट्रंप को यूक्रेन आने और युद्ध की विभीषिका को स्वयं देखने का निमंत्रण दिया है।