Yeh Game Hai Democracy Nahi 11 अक्टूबर 2024 की रात को बिग बॉस 18 के घर में भारी हंगामा और बहस ने शो के दर्शकों को चौंका दिया। इस एपिसोड का मुख्य आकर्षण रहा शिल्पा शिरोडकर और राजत दलाल के बीच का तीखा संघर्ष, जिसने पूरे घर का माहौल गर्म कर दिया। आइए जानते हैं कि आखिर हुआ क्या और इस विवाद के पीछे क्या थी असली वजह।
पृष्ठभूमि
बिग बॉस का घर हमेशा से रणनीतियों, तकरारों और गठबंधन के लिए जाना जाता है। इस सीजन में भी यह परंपरा जारी है। जहां कुछ सदस्य शांत और समझदार दिखते हैं, वहीं कुछ खुलकर खेलते हैं और अपने प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती देने से पीछे नहीं हटते। शिल्पा शिरोडकर, जो अपनी शांत और संतुलित छवि के लिए जानी जाती हैं, और राजत दलाल, जो अपनी आक्रामकता और मुखरता से सबका ध्यान खींचते हैं, इस सीजन के प्रमुख चेहरे हैं। 11 अक्टूबर के एपिसोड में इन दोनों के बीच का टकराव पूरे शो के एक बड़े मोड़ के रूप में उभरा।
विवाद की शुरुआत
शुरुआत में शिल्पा और राजत के बीच एक साधारण टास्क के दौरान छोटी-सी बहस हुई। लेकिन बात धीरे-धीरे बढ़ती गई और यह बहस तकरार में बदल गई। टास्क के दौरान शिल्पा ने राजत को उनके गुस्सैल रवैये पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “यह एक गेम है, यहां डेमोक्रेसी के नियम नहीं चलते।” इस एक लाइन ने राजत को भड़का दिया, और उन्होंने इसे व्यक्तिगत हमला मानते हुए शिल्पा पर तीखा पलटवार किया।
बहस का चरम
राजत ने शिल्पा की टिप्पणी को उनके व्यक्तिगत जीवन से जोड़कर देखा, और तर्क दिया कि “हर इंसान का अधिकार है अपनी आवाज उठाने का। तुम मुझे यह मत सिखाओ कि कैसे खेल खेला जाता है।” चाहत पांडे और करण वीर मेहरा, जो उस वक्त टास्क का हिस्सा थे, ने भी स्थिति को शांत करने की कोशिश की, लेकिन बात हाथ से निकल गई। शिल्पा ने राजत को शांत रहने और समझदारी से खेलने की सलाह दी, जबकि राजत ने इसे एक व्यक्तिगत अपमान के रूप में लिया और दोनों के बीच बहस का स्तर बढ़ता गया।
घर के बाकी सदस्यों की प्रतिक्रिया
इस बहस ने घर के बाकी सदस्यों को भी दो धड़ों में बांट दिया। मुस्कान बामने, जो घर में सबसे कम बोलने वालों में से हैं, ने इस बहस में शामिल होने से बचने की कोशिश की, लेकिन उनके चेहरे पर चिंता स्पष्ट थी। गुणरतन सदावर्ते और अविनाश मिश्रा ने भी बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन रजत और शिल्पा दोनों ने अपनी बात पर अडिग रहना चुना।
शहज़ादा धामी और चुम दारांग ने बाद में इस मुद्दे पर खुलकर चर्चा की और माना कि शिल्पा का रवैया थोड़ा ज्यादा कठोर था, जबकि कुछ अन्य सदस्यों ने राजत को संयम रखने की सलाह दी। विवियन डीसेना ने भी शिल्पा को समर्थन देते हुए कहा कि हर किसी को अपनी राय रखने का हक है, लेकिन इसे व्यक्तिगत नहीं बनाना चाहिए।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर भी इस विवाद को लेकर प्रतिक्रियाएं बंटी हुई हैं। कुछ दर्शकों ने शिल्पा का समर्थन किया, तो कुछ ने राजत के पक्ष में आवाज उठाई। शिल्पा की “यह गेम है, डेमोक्रेसी नहीं” वाली लाइन सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, और कई मीम्स और चर्चाएं इसी विषय पर छा गईं। वहीं, कुछ दर्शकों ने यह भी कहा कि राजत को इस बहस को इतना बड़ा मुद्दा नहीं बनाना चाहिए था।
क्या इस विवाद का होगा खेल पर असर?
बिग बॉस के घर में हर छोटी-छोटी बात को बड़े नतीजों की तरफ ले जाया जाता है। शिल्पा और राजत के इस विवाद ने दोनों की इमेज को प्रभावित किया है। शिल्पा जहां अपने आत्मविश्वास और मुखरता के लिए जानी जाती हैं, वहीं राजत का आक्रामक रवैया उन्हें कमजोर कर सकता है।
घर के अंदर इस विवाद का असर अगले हफ्ते के टास्क और नॉमिनेशन पर भी पड़ सकता है। शिल्पा और राजत के बीच के तनाव ने घर के बाकी सदस्यों को भी अपनी पोज़िशन पर विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। सलमान खान का इस मुद्दे पर क्या रुख रहेगा, यह देखना दिलचस्प होगा, क्योंकि वीकेंड का वार एपिसोड में इस विवाद पर चर्चा जरूर होगी।
आगे का खेल
बिग बॉस 18 का यह सीजन अभी शुरुआती चरण में है, और इस तरह की बहसें न केवल शो की टीआरपी बढ़ाती हैं, बल्कि सदस्यों के बीच के रिश्तों को भी बदल देती हैं। राजकुमार राव और त्रिप्ती डिमरी, जो आने वाले वीकेंड का वार में अपनी फिल्म विक्की विद्या का वो वाला वीडियो प्रमोट करने वाले हैं, वे भी इस बहस का जिक्र कर सकते हैं।
शिल्पा और राजत के बीच का यह विवाद आने वाले हफ्तों में और भी गहरा सकता है। दोनों के बीच की यह तकरार बिग बॉस 18 के इतिहास में एक अहम मोड़ के रूप में दर्ज हो सकती है। लेकिन अंत में, यह शो का खेल है, और यहां डेमोक्रेसी के बजाय सिर्फ रणनीति और गठबंधन ही काम आते हैं। शिल्पा की यह लाइन “ये गेम है, डेमोक्रेसी नहीं” शायद इस सीजन का सबसे चर्चित डायलॉग बन सकता है।
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